श्री कंप्यूटराय: नम:

कंप्यूटर देवता को मेरा प्रणाम.

आजकल हमारी दुनिया में जो भी घटनाएँ होती हैं वो आपकी ही मर्जी से होती  हैं. हम जो भी कुछ कहते  - सुनते और करते हैं वह सब आपके ही माध्यम से होता है. आपके अनेक रूप हैं. कहीं आप लेपटोप कहीं डेस्कटॉप कहीं ATM या किओस्क के रूप में नज़र आते हैं. घर हो या दफ्तर , फेक्ट्री हो या हवाई जहाज   हर जगह आप किसी न किसी रूप में विद्यमान हैं.  आपकी लीलाएं अपार हैं. हम मनुष्य तो बस आपके हाथों की कठपुतली भर हैं.  आप देवी नेटवर्किंग की कृपा से हमें जब चाहे जिस से जोड़ सकते हैं.

हम तो बस request ही कर सकते हैं. आप हमारी और हमारे जैसे अनेक लोगों की requests  सुन कर अपना फैसला सुनाते हैं. सब आपके फैसलों के गुलाम हैं. बैंक, airlines, railways ,insurence ,superbazars  सब जगह आपका ही दबदबा है. संसद हो या टीवी, सेल फ़ोन हो या ओलंपिक सब आपकी दया द्रष्टि के मोहताज हैं. आफिस में  बॉस और घर में बीबी तो नाम के लिए हुक्म चलते हैं, असली हुक्म तो हर जगह आपका ही चलता है. हीरो को जीरो और जीरो को हीरो बनाना आपके बाएँ हाथ का खेल है.

आपकी लीला अपरम्पार है.कुछ लोगों को आप   डम्ब टर्मिनल तो कुछ को मेल सर्वर, फाइल सर्वर,DNS सर्वर, http सर्वर और अन्य कई तरह के रूप में दर्शन देते हो. कुछ लोग आपके भोतिक स्वरुप ( hardware )  का ध्यान करते हैं तो तो कुछ लोग अपनी ज़िंदगी आपके दिव्य स्वरुप ( software ) की आराधना में लगा देते हैं.
मीडिया जगत आपके ही बल बूते पर फल फूल रहा है. इलेक्ट्रोनिक मीडिया की तो लाइफ लाइन ही आप हैं. प्रिंट मीडिया भी आपकी शरण में आकर ही इतना glamorous हो गया है. आम आदमी भी आपकी महिमा को अब जान गया है. middle - class आपके PC (personal computer) रूप की सेवा अर्चना में काफी समय लगा रहता है. जो लोग आपके इस रूप की मूर्ती अपने घर पर स्थापित नहीं कर पाते उनमे से कुछ आफिस में बॉस की नज़र बचा कर और कुछ साइबर-कैफे पर जाकर आपकी सेवा करते हैं.

सरकार जो एक पिछड़ी संस्था मानी जाती है वो भी इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन और इलेक्ट्रोनिक मीडिया के माध्यम से आपको स्मरण कर लेती है.
हे देवता अपनी कृपा द्रष्टि हम पर बनाये रखना.

कंप्यूटर देवता की इस महिमा को पढ़ने के बाद कम से कम १०००० और लोगों को पढ़ा दें .ऐसा न होने पर हो सकता है आपके कंप्यूटर पर virus का प्रकोप हो जाय, आपका सारा डाटा गायब हो जाय या आपका इन्टरनेट कनेक्शन आपसे छिन जाय.

2 comments:

  1. १०००० तो बहुत ज्यादा है भाई..एण्टी वायरस ही सस्ता पड़ेगा.

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  2. श्रीमानजी १०००० का आंकड़ा आपको अधिक लगता है तो अपनी श्रधा अनुसार प्रयास कीजिये. देवता भक्त की भावना देख कर प्रसन्न होते है.

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