क्रम
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शीर्षक
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पत्रिका /पुस्तक /मंच का नाम
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RNI/ ISSN/ISBN नंबर
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पृष्ठ संख्या
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प्रकाशक
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1
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रिश्वत
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अक्षरा(मई 18 )
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2456-7167
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73-75
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म.प. राष्ट्र भाषा
प्रचार समिति
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2
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शादी का लिफाफा
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rachanakar.org
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3
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रिश्तों के खरीदार
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rachanakar.org
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4
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(i) तमाशबीन
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पुष्पक साहित्यकी(अक्टूबर-दिसंबर18)
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TELHIN/2017/74301
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20
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डा. अहिल्यामिश्रा
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(ii)तमाशबीन
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नवांकुर(दिसंबर 19)
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CHHIN/2013/50863
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26-17
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अरविंदो सोसाइटी
पॉन्डचेरी
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(iii) तमाशबीन
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नयी उड़ान नया
आसमान
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9789388188050
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62
|
प्रजातंत्र का स्तम्भ
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(iv) तमाशबीन
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सहोदरीलघुकथा2 (अक्टूबर18)
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9788193447147
|
100
|
भाषा सहोदरी
-हिंदी
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5
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बहरा है क्या
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लघुकथा मीमांसा
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9788194807278
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21-22
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उद्योग नगर प्रकाशन, गाजियाबाद
|
6
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उधार का चक्कर
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पुष्पक साहित्यकी(अप्रैल- सितम्बर 18)
|
TELHIN/2017/74301
|
17-18
|
डा.अहिल्यामिश्रा
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7
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आदत से मज़बूर
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rachanakar.org
|
8
|
(i) एक चोर की दिहाड़ी
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अग्निशिखा कथाधारा
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9789386579880
|
75-77
|
R K Publications , Mumbai
|
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(ii)एक चोर की दिहाड़ी
|
rachanakar.org
|
9
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बचपन का भोलापन
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rachanakar.org
|
10
|
(i) अन्नदाता
|
नयी उड़ान नया
आसमान
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9789388188050
|
63
|
प्रजातंत्र का स्तम्भ
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|
(ii) अन्नदाता
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दिव्यतूलिका-साहित्य विशेष अंक
|
MPHIN/2002/6345
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साहित्यायन
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11
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नमूने
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Pratilipi.com
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12
|
नाम
का सवाल
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दृष्टिकोण
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9789353821449
|
79
|
Pothi.com पर स्वयं-प्रकाशित
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13
|
पोस्टमार्टम
|
Pratilipi.com
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14
|
राजनेता
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storymirror.com
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15
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वक्त की मार
|
storymirror.com
|
16
|
बचत
|
दृष्टिकोण
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9789353821449
|
23-28
|
Pothi.com पर स्वयं-प्रकाशित
|
17
|
उधार का चक्कर
|
सहोदरीलघुकथा-2 (अक्टूबर18)
|
9788193447147
|
98-99
|
भाषा सहोदरी
-हिंदी
|
18
|
दिव्य-चक्षु
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rachanakar.org
|
19
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समाज सेवा
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कलमकार-पुरुस्कृत व चयनित रचनाएं अप्रैल 19
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82-83
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कलमकार मंच
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20
|
मन की आवाज
|
rachanakar.org
|
21
|
सारी दुनिया को बेच
डालूँगा
|
दृष्टिकोण
|
9789353821449
|
71-74
|
Pothi.com पर स्वयं-प्रकाशित
|
22
|
सितारा
|
दृष्टिकोण
|
9789353821449
|
15-18
|
Pothi.com पर स्वयं-प्रकाशित
|
23
|
(i) हिसाब किताब
|
दृष्टिकोण
|
9789353821449
|
99-100
|
Pothi.com पर स्वयं-प्रकाशित
|
|
(ii) हिसाब किताब
|
अग्निशिखा कथाधारा
|
9789386579880
|
77-78
|
R K Publications , Mumbai
|
24
|
नकली नोट
|
दृष्टिकोण
|
9789353821449
|
45-46
|
Pothi.com पर स्वयं-प्रकाशित
|
25
|
बस के इंतजार में
|
दृष्टिकोण
|
9789353821449
|
63-70
|
Pothi.com पर स्वयं-प्रकाशित
|
26
|
ब्लैकमेलर
|
दृष्टिकोण
|
9789353821449
|
95-96
|
Pothi.com पर स्वयं-प्रकाशित
|
27
|
नमूने
|
दृष्टिकोण
|
9789353821449
|
89-90
|
Pothi.com पर स्वयं-प्रकाशित
|
28
|
मुन्नी का आतंक
|
अग्निशिखा कथाधारा
|
9789386579880
|
72-74
|
R K Publications , Mumbai
|
29
|
डायरी के पन्नो में
सिमटा घर
|
दृष्टिकोण
|
9789353821449
|
47-52
|
Pothi.com पर स्वयं-प्रकाशित
|
30
|
भूख
|
दृष्टिकोण
|
9789353821449
|
19-22
|
Pothi.com पर स्वयं-प्रकाशित
|
31
|
विकास यात्रा
|
pratilipi.com
|
32
|
तुम्हारा जीजू
|
Pratilipi.com
|
33
|
सट्टा बाजार
|
Pratilipi.com
|
34
|
बहरा है क्या
|
पुष्पक साहित्यकी(अक्टूबर - दिसंबर 19)
|
TELHIN/2017/74301
|
13
|
डा अहिल्यामिश्रा
|
35
|
जीवन चक्र
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rachanakar.org
|
36
|
अमीर गरीब
|
rachanakar.org
|
37
|
दल-बदलू
|
storymirror.com
|
38
|
खबरों की दुनिया
|
storymirror.com
|
39
|
ऊपर की कमाई
|
Pratilipi.com
|
40
|
विदेशी मेहमान
|
pratilipi.com
|
41
|
बरसों की मेहनत
|
pratilipi.com
|
42
|
गौरय्या की सीख
|
साहित्य समीर दस्तक(अप्रैल 21)
|
MPHIN/2013/51137
|
9
|
कीर्ति श्रीवास्तव , भोपाल
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43
|
भिक्षाम देहि
|
pratilipi.com
|
44
|
लौटा बचपन
|
साहित्य समीर
दस्तक (नवम्बर 21)
|
MPHIN/2013/51137
|
20-21
|
कीर्ति
श्रीवास्तव , भोपाल
|
|
MPHIN/2013/51137
|
20-21
|
कीर्ति श्रीवास्तव , भोपाल
|
45
|
दूध वाला
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
46
|
फ़र्ज़ी अफ़सर
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
47
|
लकी-नंबर
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
48
|
हाय ये तूने की देख
डाला !
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
49
|
नाग हत्या
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
50
|
दूसरा चक्कर
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
51
|
अफ़सर का राशन
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
52
|
हेलीपैड
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
53
|
ठूंसना
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
54
|
बिना बात का क्रोध
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
55
|
किंकर्तव्यविमूढ़
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
56
|
भाग्य का दोष
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
57
|
जहाज से बस पर
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
58
|
माँगते ही नहीं
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
59
|
शिक्षक की उलझन
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
60
|
धर्म संकट
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
61
|
अज्ञान की सजा
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
62
|
अपना जहर खुद चुन लो
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
63
|
लेफ्टिनेंटकर्नल
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
64
|
अमानवीय
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
65
|
कितने पास कितने दूर
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
66
|
सार्वजनिक सुविधा
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
67
|
रसोई का जुगाड़
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
68
|
वर्दी का रौब
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
69
|
शरीर की ताकत
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
70
|
मृत्यु का सम्मान
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
71
|
पहल
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
72
|
सीओ की अंग्रेजी
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
73
|
तशरीफ़ का टोकरा
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
74
|
जीवन का मूल्य
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
75
|
भोजन की चिंता
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
76
|
नया ट्रक
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
77
|
हड़ताल
|
फ़ौज की मौज
|
978-93-5632-325-4
|
|
बीएफ सी पब्लिकेशन्स, , लखनऊ
|
78
|
निशब्द
|
स्पंदन (जुलाई 22)
|
|
40
|
कुँवर अनुराग
|
79
|
ये कैसी भीड़ ?
|
Pratilipi.com
|
80
|
कुछ तो लोग कहेंगे
|
storymirror.com
|
81
|
झूठा इंसान
|
storymirror.com
|
82
|
ब्लेकमेलर
|
Pratilipi.com
|
83
|
ऐ दिल तू जी ज़माने के लिए ..
|
storymirror.com
|
84
|
आखिरी काम
|
storymirror.com
|
85
|
ज्ञान की बात
|
grihaswamini.com
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