जिंदगी जो घर बनाने के चक्कर में कहीं खो सी गयी है उसका पता ढूँढ रहा हूँ हर जगह
मेरी यह रचना साहित्य प्रोत्साहन पत्रिका में प्रकाशित हुयी जो मेरी पुस्तक 'योग मत करो योगी बनो' का एक अंश है ।