जिंदगी जो घर बनाने के चक्कर में कहीं खो सी गयी है उसका पता ढूँढ रहा हूँ हर जगह
कादम्बिनी क्लब हैदराबाद की ऑन-लाइन काव्य गोष्ठी में मुझे अपनी कविता पढ़ने का मौका मिला ।
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