जिंदगी जो घर बनाने के चक्कर में कहीं खो सी गयी है उसका पता ढूँढ रहा हूँ हर जगह
मेरी यह रचना साहित्य समीर दस्तक पत्रिका में प्रकाशित हुयी
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